दैनंदिन कोलख्यान
बुधवार, 21 फ़रवरी 2018
तेरा इंतज़ार
मुझे टहनी पर लचकते फूल अच्छे लगते हैं!
फिर भी जाने क्यों तेरा इंतज़ार करता
हूँ!
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